नेताजी ने आज लोकल ट्रेन में सफर किया| इस खबर पर समाचार माद्यम टूट पड़े| इन्टरनेट पर विडियो क्लिप्स भी आनन् फानन में जोड़े गए| विशेषज्ञों ने अपनी विशेष राए में यह बात रखी के ऐसा करके नेताजी ने अपने प्रतिद्वंदियों को मुंह तोड़ जवाब दिया है|
यह भी देखा गया के एक सफर के साथी नेताजी से बात करते हुए इतने भावुक हो उठे के उन्होंने यह कह दिया के नेताजी इतने अग्रिम राजनीतिज्ञ हैं उन्हें उनके प्रतिद्वंदियों के धमको को हंसी में उड़ा देना चाहिए| शायद सज्जन यह भूल गए के नेताजी इस देश के उन 'खास' लोगों में से हैं जिनकी सुरक्षा के लिए राजकोष का धन खुल्ला खर्च किया जाता है|
कब? कब इस देश की जनता नेताओं को देखकर पसीजना बंद करेंगे? कब इस स्वतंत्र देश के लोग अपने नेताओं को देश की इस हालत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराएंगे? कब?
That's all in Hindi today. Used the new IME tool from Google to type in the text. It's cool!
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तुम आओ तो सही...
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