Wednesday, August 13, 2008

फिर वही

वही सद रंग नाला फर्साई,
वही सद गूनह अश्क़ बारी है|

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तुम आओ तो सही...

This blog of mine, would be saying to me the same thing... एक वादा करो अब हमसे ना बिछड़ोगे कभी, नाज़ हम सारे उठा लेंगे, तुम आओ तो सही। An...